ये फोटो दक्षिण कोरिया की है अभिवादन और सम्मान की हर देश की अपनी परम्परा होती है। कोई हाथ मिलाता है तो कोई माथा चूमता है और कोई गले मिलता है। भारत की प्राचीन पद्धति में बड़ों का सम्मान पैर छू कर और पैर धोकर किया जाता रहा है हिंदुस्तान में आधुनिक लोग विदेशी संस्कृति से इतने प्रभावित हुए कि अपनी पैर छूने की परम्परा का मजाक उड़ाने लगे। मीडिया भी उसी बयार में बहने लगी। जबकि पैर छूने की परम्परा कही ज्यादा वैज्ञानिक और सम्मान जनक है। दक्षिण कोरिया की इस फोटो से कुछ आत्मबोध जग जाय तो बेहतर। अपनी संस्कृति उधार की संस्कृति से सदैव बेहतर है -