Wednesday, August 26, 2020

इंस्टैंट राशन-

 

(लघु कथा)

 

  मेरे मित्र आशू जो हरिद्वार में रहते हैं पिछले दिनों लॉक डाउन के दौरान की एक घटना शेयर कर रहे थे ।  गांव और किसानी से जुड़ी ये घटना हमारी लाइफ स्टाइल को देखते हुए और भी महत्वूर्ण बन जाती है उन्होंने बताया कि अम्मा और उनका संयुक्त परिवार जिसमें छोटा भाई बहू सब साथ साथ रहते हैं लेकिन अम्मा अक्सर कहती रहती हैं कि बेटा घर में एक साथ दो चार कुंतल अनाज पड़ा रहना चाहिए । 

     

      इस बात पर छोटे बेटे को बहुत ऐतराज होता था  "क्या अम्मा ? तुम भी न ! गांव थोड़े ही है ये , शहर है शहर । बगल का आढ़्तिया मेरा दोस्त जिस तरह का अनाज चाहिए वो सब तो दे देता है ये गया और वो लाया । ढेर सारा अनाज लाकर घर पर रखो फिर उसमे कीड़े लग जाते है फिर उसे साफ करो । क्या फायदा , अब आपकी उमर आराम करने की है आराम से भजन करो और बहुओ के हाथ का खाना खाओ । इंस्टैंट राशन है न बाज़ार में वो भी साफ सुथरा और स्वादिष्ट ।"


  अम्मा को लगा कि ये मेरी बात नहीं सुनेगा तो आशू यानि बड़े बेटे से उन्होंने अनाज लाने की इच्छा जाहिर कर दी । आशू अम्मा की बात रखते हुए कुछ अनाज घर लेे आए और रखवा दिया । 


    जिन लोगों ने गांव का जीवन देखा या जिया होगा वो  समझते होंगे कि किसान किस तरह फसल काटने के बाद उसे बड़ी मेहनत से साल भर सहेज कर रखता है । उसी से साल भर खाने का इंतजाम करता है और अगली फसल के लिए बीज भी निकालता है । अम्मा भी उसी जमाने की थीं फिलहाल बच्चों के साथ रहने को शहर आ गईं थीं । 


  अम्मा अब रोज अनाज साफ कर के लोहे की टंकी में भर रही थीं उनके चेहरे पर एक संतोष था लेकिन छोटे बेटे को ये सब बेकार की मेहनत लग रही थीं । उधर अम्मा को अपनी मेहनत पर सुकून था । उन्होंने अपने दौर में ये सब कुछ देख रखा था और कर भी रखा था ।


   "बेटा परेशान मत होना लॉक डाउन तीन हफ्ते का ही लगा है न" ? अम्मा बोलीं । "चाहे छः महीने का भी लग जाय हमने व्यवस्था कर रखी है घर पर राशन की कमी नहीं है । कहीं नहीं निकलना पूरे परिवार को । घर पे सब कुछ है ।  छुटके को भी कह देना कहीं न जाय । बिल्कुल परेशान न हो वो । "  

    

  आशू अम्मा की बात सुनकर मन ही मन मुस्करा रहे थे छोटे बेटे के दोस्त की दुकान लॉक डाउन में बन्द हो चुकी थी घर से बाहर की गली में पुलिस का पहरा था । अम्मा की चादर पर फैले अनाज से एक चिड़िया अपने बच्चों के लिए दाना लेने भी आ गई थी । 😊