Wednesday, July 1, 2009

srajan

१.दुनिया है दुखों भरी सुखिया है संसार
जैसी मन की कल्पना वैसा ही विस्तार .
२.खूंटी पर ईमान है कूड़े में इंसाफ.
मस्जिद में सिजदा किये खुदा करे क्या माफ़ ..
३.नन्हे पंखों ने भरी नभ में नई उड़ान.
चाहत हिम्मत हौसला खग में फूंके जान ..(ललित)

No comments:

Post a Comment